महज 18 साल की उम्र में बतौर अभिनेता की थी करियर की शुरुआत
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेताओं में से एक अजय देवगन अभिनय जगत का एक ऐसा नाम है,जिसने फिल्म जगत में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों के दिलों को जीता और वह मकाम हासिल किया जिसका सपना हर कोई देखता है।
2 अप्रैल, 1969 को जन्मे अजय देवगन का असली नाम विशाल देवगन है,लेकिन अभिनय जगत में कदम रखने से पहले उन्होंने अपना नाम बदलकर विशाल से अजय रख लिया। एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने वाले अजय देवगन के पिता वीरू देवगन बॉलीवुड के मशहूर एक्शन डायरेक्टर और मां वीना फिल्म निर्मात्री थी। अजय देवगन के भाई अनिल देवगन भी फिल्म निर्माता व स्क्रीनराइटर थे।
अजय देवगन ने अपनी पढ़ाई मीठीबाई कॉलेज,मुंबई से पूरी की। इसके बाद अजय देवगन ने अभिनय को अपना करियर चुना। दरअसल यह सपना उनके पिता का था,जिसे अजय ने पूरा किया।अजय देवगन के पिता वीरू देवगन खुद स्टार बनने का सपना लेकर मुंबई आये थे, लेकिन उनका सपना साकार न हो सका। वो एक्टर तो न बन सके, लेकिन बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर स्टंट कोरियोग्राफ़र जरूर बन गए। तब उन्होंने तय किया कि वो अपने बेटे अजय देवगन को बॉलीवुड का सुपरस्टार बनाएंगे।इसके बाद उन्होंने अजय देवगन को कम उम्र में ही इसके लिए तैयार करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अजय को फिल्ममेकिंग और एक्शन से भी जोड़ा, ताकि वह ज़मीनी चीजों से भी अवगत रहें। उन्होंने अजय को प्रशिक्षण देने के लिए घर में जिम बनवाया, कॉलेज के टाइम से ही डांस क्लासेस भी शुरू करवा दी थी। अपने साथ सेट पर ले जाते थे, ताकि अजय को समझ आ सके कि सेट पर काम किस तरह से होता है। पिता का संरक्षण और मार्गदर्शन पाकर जल्द ही अजय ने सबकुछ सीख लिया और 18 साल की उम्र में बतौर एक्टर अजय ने साल 1991 में आई फिल्म ‘फूल और कांटे’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इस फिल्म में अजय देवगन के पिता ने एक्शन डायरेक्टर के तौर पर काम किया था।फिल्म में अजय के अभिनय और फिल्म में दिए गए उनके एक्शन सीन ने हर किसी का दिल जीत लिया।यहीं नहीं फिल्म किये गए उनके एक्शन सीन ने उस समय पूरे बॉलीवुड में तहलका मचा दिया था और हर कोई अजय की तारीफ कर रहा था। अपनी पहली ही फिल्म के लिए अजय देवगन को फिल्म फेयर का बेस्ट मेल एक्टर का अवार्ड मिला। अपनी पहली ही फिल्म से अजय रातों-रात स्टार बन गए थे और यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्हें स्टार बनाने का पूरा श्रेय उनके पिता वीरू देवगन को जाता है। पहली फिल्म की सफलता के बाद अजय देवगन ने साल 1992 में रिलीज हुई अपनी दूसरी फिल्म ‘जिगर’ से भी दर्शकों की वाह-वाही लूटी। इस फिल्म में उनके अपोजिट अभिनेत्री करिश्मा कपूर मुख्य भूमिका में नजर आई। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और इसके बाद तो अजय को कई फिल्मों के ऑफर मिलने लगे थे। अजय सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि दर्शकों के दिलों में भी जगह बना चुके थे और बॉक्स ऑफिस पर एक के बाद एक लगातार उनकी कई फिल्में रिलीज हो रही थी। साल 1995 में फिल्म हलचल के सेट पर अजय देवगन की मुलाकात काजोल से हुई। अजय और काजोल दोनों इस फिल्म में मुख्य भूमिका में थे।
काजल जहां चुलबुली स्वभाव की थी वहीं अजय देवगन बहुत गंभीर स्वभाव के थे।फिल्म के सेट पर काजोल को अजय थोड़े अजीब लगे।शूटिंग के दौरान बस दोनों के बीच फॉर्मल बातचीत होती थी।खैर शूटिंग खत्म हुई और दोनों अपने अपने रास्ते हो लिए, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और मंज़ूर था और इसी साल दोनों की मुलाकात फिल्म ‘गुंडा राज” के सेट पर फिर से हुई।इस दौरान दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई। फिल्म की शूटिंग खत्म हुई और दोनों फिर से अलग हो गए। इसके बाद दोनों फिल्म ‘इश्क‘ के सेट पर मिले और विपरीत स्वभाव के होने के बावजूद दोनों में इश्क हुआ। दुनिया से अपने प्यार को छुपाते हुए दोनों ने फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ के सेट पर एक दूसरे से अपनी मोहब्बत का इज़हार किया और 20 फरवरी, 1999 में दोनों ने करीबी रिश्तेदारों की मौजूदगी में शादी कर ली।अजय देवगन और काजोल के दो बच्चे बेटी न्यासा और बेटा युग है। अजय और काजोल बॉलीवुड के सबसे मशहूर कपल में से एक है।
अजय और काजोल ने साथ में कई फिल्मों में काम किया।यहां तक की अजय की 100 वीं फिल्म रही तन्हाजी :द अनसंग वारियर में भी अजय देवगन की जोड़ी काजोल के साथ बनी। साल 2020 में रिलीज हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तीन सौ करोड़ का कलेक्शन किया था। सौ से ज्यादा फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा बिखेर चुके अजय देवगन ने पर्दे पर हर तरह के किरदार को बखूबी निभाया और दर्शकों ने उन्हें हर रूप में स्वीकार किया। अजय देवगन की एक्शन फिल्में हो या रोमांटिक या फिर कॉमेडी उन्होंने फिल्म में खुद को किरदार के अनुसार सहजता से ढाला और दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। अजय देवगन एक शानदार अभिनेता के साथ साथ फिल्म निर्माता और निर्देशक भी है। साल 2000 में अजय देवगन ने अपना प्रोडक्शन हाउस “अजय देवगन फिल्मस प्रोडक्शंस” की शुरुआत की और इसके बैनर तले साल 2000 में आई फिल्म राजू चाचा से बतौर निर्माता बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाई।इसके बाद उन्होंने यू मी और हम, ऑल द बेस्ट: फन बेगिंस, बोल बच्चन, सन ऑफ सरदार, सिंघम रिटर्न्स, टोटल धमाल आदि फिल्मों का निर्माण किया। इसके साथ ही अजय देवगन ने फिल्म ‘यू मी और हम’ और ‘शिवाये’ का निर्देशन व पटकथा लिखी। बड़े पर्दे पर अपना लोहा मनवा चुके अजय देवगन ने छोटे पर्दे पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक देवी और ‘स्वामी रामदेव एक संघर्ष को भी प्रोड्यूस किया। इसके साथ ही वह साल 2008 में जी टीवी पर प्रसारित होने वाले शो ‘रॉक एन रोल फैमिली‘ के जज के रूम में नजर आये।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी अजय देवगन ने अपने शानदार अभिनय ,मेहनत व प्रतिभा की बदौलत कई उपलब्धियाँ प्राप्त की। वह बॉलीवुड के सबसे प्रतिभाशाली व प्रभावशाली अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं।
साल 2016 में भारत सरकार ने मनोरंजन जगत में दिए गए असीम योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। अजय देवगन फिल्मों के अलावा कई सामाजिक कार्यों से भी जुड़े हुए है और वक्त-वक्त पर देश में आई आपदाओं के समय खुलकर अपना योगदान देते है और लोगों की मदद करते हैं।अजय देवगन अभिनय जगत में अब भी सक्रीय है और उनके चाहने वालों की संख्या लाखों में है।