Tag Archives: संत कबीर कहते हैं ‘कारज धीरे होत है काहे होत अधीर। समय आय तरूवर फलै कौतुक सींचौ नीर।

धैर्यः धैर्य ऐसी शक्ति है, जो मानव के आत्मा को सबल बनाती है।

आध्यात्मिक विभूति आनंदमयी मां कहा करती थीं कि, मन को वश में करने का उपाय यह है कि हम शरीर और संसार की जगह आत्मा को जानने का प्रयास करें। मन को पवित्र एवं उत्कृष्ट विचारों के चिंतन में लगाए रखें। इसके लिए नेत्रें, कानों और जि“वा का संयम आवश्यक है। न बुरा देखें, न बुरा सुनें और न बुरा ...

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