Tag Archives: उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ां का मानना है कि “संगीत की सेवा करते जाओ और रियाज़ जारी रखो

41. बिस्मिल्लाह खां -भारतरत्न 2001

उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ां का मानना है कि “संगीत की सेवा करते जाओ और रियाज़ जारी रखो, ज़रूर कुछ मिलेगा।”

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