हिंदुस्तान के हर धड़कन की धक् धक् गर्ल …. माधुरी दीक्षित

अपनी खूबसूरत अदाओं ,प्रतिभा व मेहनत से सफलता की बुलंदियों को छूने वाली अभिनेत्री माधुरी दीक्षित हिंदी सिनेमा का एक ऐसा नाम है ,जिसे आज की अभिनेत्रियाँ अपना आदर्श मानती है अपनी मनमोहक मुस्कान से लाखों लोगों को दीवाना बनाने वाली ख़ूबसूरत अदाकारा माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई, 1967 को महाराष्ट्र में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री शंकर दीक्षित और माँ का नाम स्नेह लता दीक्षित है।

80 और 90 के दशक में रुपहले परदे पर अदायगी का जलवा बिखेरने वाली माधुरी को बचपन से ही नृत्य में रूचि थी,जिसके कारण महज तीन साल की उम्र में उन्होंने नृत्य सीखना प्रारम्भ कर दिया और आठ साल की उम्र में वह कत्थक नृत्य में पारंगत हो गई। उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि वो एक्टिंग को अपना करियर बनाएंगी। वह डॉक्टर बनना चाहती थी। उनका रुझान माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई में ज्यादा था और यही कारण था कि उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ‘डिवाइन चाइल्ड हाई स्कूल (अँधेरी) से पूरी करने के बाद ,मुंबई के विले पार्ले के कॉलेज से माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई पूरी की। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। माधुरी को राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म ‘अबोध‘ में बतौर मुख्य अभिनेत्री काम करने का मौका मिला। दरअसल इस फिल्म के लिए राजश्री प्रोडक्शन को एक नई और फ्रेश लुक वाली अभिनेत्री की तलाश थी। उस समय उस प्रोडक्शन हाउस में काम करने वाला एक व्यक्ति माधुरी को जानता था, उन्होंने माधुरी को राजश्री प्रोडक्शन की इस फिल्म में काम करने के लिए आमंत्रित किया। पहले तो माधुरी के माता-पिता मना करते रहे,लेकिन सभी आग्रह पर वह मान गए और माधुरी इस फिल्म में काम करने के लिए राजी हो गई।

साल 1984 में रिलीज हुई इस फिल्म में माधुरी के साथ बंगाली फिल्मों के मशहूर अभिनेता तपस पॉल भी मुख्य भूमिका में थे।हालाँकि यह फिल्म फ़्लॉप हो गई,लेकिन आलोचकों ने फिल्म में माधुरी के अभिनय को काफी पसंद किया।इसके बाद माधुरी को कई फिल्मों के ऑफर मिलने लगे।लेकिन लगातार उनकी सभी फ़िल्में फ़्लॉप हो रही थी। साल 1988 में आई फिल्म ‘तेजाब’ जो की माधुरी दीक्षित की पहली हिट फिल्म थी, माधुरी के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई ।इस फिल्म में मोहिनी के किरदार में उन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया। इस फिल्म में उनके साथ अनिल कपूर मुख्य भूमिका में थे।फिल्म में इस जोड़ी को काफी पसंद किया गया और फिल्म के गाने भी काफी मशहूर हुए। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही और माधुरी फिल्मी दुनिया की सुपरहिट अभिनेत्री बन गई। इसके बाद माधुरी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इस फिल्म के बाद माधुरी सिर्फ पर्दे पर ही नहीं बल्कि लोगों के दिलों में भी छा गई।

फिल्म इंडस्ट्री में उनके नाम का सिक्का चलने लगा। साल 1990 में आई इन्दर कुमार निर्देशित फिल्म ‘दिल‘ में माधुरी दीक्षित को अभिनेता आमिर खान के साथ मुख्य भूमिका में अभिनय करने का मौका मिला। इस फिल्म में माधुरी ने एक अमीर और घमंडी लड़की की भूमिका निभाई, जो अंततः एक गरीब लड़के से शादी करने के लिए अपना घर छोड़ देती है। यह फिल्म व्यावसायिक रूप से बहुत बड़ी हिट रही। इस फिल्म ने न सिर्फ माधुरी के अभिनय को सराहा गया बल्कि इसके लिए उन्हें पहली बार फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। इसके बाद माधुरी ने कई सफल फ़िल्मे दी।

साल 1992 में आई फिल्म ‘बेटा‘ में पुनः उनकी जोड़ी अनिल कपूर के साथ नजर आई और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही। इस फिल्म का उदित नारायण और अनुराधा पौडवाल की आवाज़ में गाया गाना ‘धक-धक करने लगा‘ काफी मशहूर हुआ। यह गाना माधुरी दीक्षित के ऊपर फिल्माया गया था और जिसे दिवंगत कोरियोग्राफ़र सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया था, से माधुरी दीक्षित बॉलीवुड में ‘धक-धक गर्ल ‘ के रूप में पहचान मिली और वह लाखों लोगों की धड़कन बन गई। इस फिल्म में माधुरी को उनके शानदार अभिनय के लिए एक बार फिर से फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया।

माधुरी ने अपने फिल्मी करियर में हर तरह के किरदार को बखूबी निभाया ।चाहे वह फिल्म ‘मृत्युदंड‘ में सशक्त नारी का किरदार हो, या फिल्म दिल में चुलबुली लड़की का किरदार। फिल्म ‘देवदास‘ में नृत्यांगना का किरदार हो या ‘दिल तो पागल है‘ और ‘हम आपके है कौन‘ जैसी फिल्मों का रोमांटिक किरदार या फिर ‘राम लखन’ में सीधी – साधी लड़की का किरदार। दर्शकों ने माधुरी को हर किरदार में सर आँखों पर बैठाया। माधुरी ने फिल्म जगत के हर बड़े किरदार के साथ अभिनय किया।

बॉलीवुड में माधुरी दीक्षित ही एक ऐसी अदाकारा हैं जिन्हें पंडित बिरजू महाराज ने कोरियोग्राफ किया था। संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘देवदास’ का गाना ‘काहे छेड़ मोहे…‘ को बिरजू महाराज ने कोरियोग्राफ किया था और माधुरी की तारीफ करते हुए उन्हें बॉलीवुड की बेहतरीन नर्तकी कहा था । बिरजू महाराज द्वारा कोरियोग्राफ किये गए इस गाने में माधुरी ने भारी-भरकम लहंगा पहना था और यह गाना काफी पॉपुलर हुआ था। बड़े पर्दे अपनी अदाकारी की छाप छोड़ने वाले बहुमुखी प्रतिभा की धनी माधुरी दीक्षित की प्रमुख फिल्मों में परिंदा, खलनायक, कोयला, देवदास, आजा नचले, डेढ़ इश्कियां, गुलाब गैंग, कलंक आदि शामिल हैं। इसके अलावा माधुरी ने फिल्म ‘गुलाब गैंग‘ के गाने ‘रंगी साड़ी गुलाबी‘ में अपनी आवाज़ दी और फिल्म ‘15 अगस्त‘ को प्रोड्यूस किया।

माधुरी बड़े परदे के साथ -साथ छोटे परदे के कई शोज़ में भी नजर आई । वह रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा‘ और ‘डांस दीवाने‘ की जज भी रही। माधुरी सोशल मीडिया पर भी सक्रीय रहती हैं उन्होंने साल 2020 में अपना युटुब चैनल भी लांच किया हैं। माधुरी दीक्षित को फिल्मों में उनके सराहनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने साल 2008 में ‘पद्मश्री‘ से सम्मानित किया। नब्बे के दशक में माधुरी का फ़िल्मी करियर बुलंदियों पर था,लेकिन साल 1999 में माधुरी ने फिल्मों से ब्रेक ले लिया और यूएसए बेस्ड डॉक्टर श्री राम नेने से शादी की।उनके दो बच्चे रियान और एरिन नेने हैं। माधुरी दीक्षित अभिनय जगत में अब भी सक्रीय है और अपनी खूबसूरती, मनमोहक मुस्कान और ला जवाब अदाकारी से अच्छे- अच्छे यंगस्टर्स को कड़ी टक्कर देती है। आज भी माधुरी दीक्षित के देश- विदेश में लाखों चाहने वाले हैं, जो उनकी अनमोल प्रतिभा के मुरीद हैं।

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