जयपुर घूमने के लिए बहुत ही बढ़िया शहर है। जयपुर राजस्थान का सबसे बड़ा शहर है। वैसे तो राजस्थान में कई सारे ऐसे शहर जो बहुत प्रचलित है, और अपनी मेहमान नवाजी के लिए जाने जाते हैं, पर जयपुर की तो बात ही कुछ ओर है। जयपुर को पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ के राजमहलों को देखना, यहाँ के किस्सों को सुनना और यहाँ के खूबसूरत चीज़ों को देखना एक अनोखे अनुभव के साथ साथ बहुत रोचक भी है। आपको यहाँ पर जितने अलग और खूबसूरत महल, म्यूज़ियम और मंदिर देखने को मिलेंगे, उतना ही अलग और स्वादिष्ट यहाँ का भोजन है। आपको जयपुर में खाने के लिए, मीस्सी रोटी, कीमा बाटी, गट्टे की सब्जी, कढ़ी, इमरती, गजक, मूंग थाल और घेवर मिलेंगे जो बहुत ही स्वादिष्ट होंगे और आपका मन मोह लेंगे।
जयपुर में घूमने के लिए बढ़िया स्थल :-
हवा महल
हवा महल बहुत ही सुंदर महल है। यात्री जयपुर में सबसे पहले इस महल में ही घूमना पसंद करते हैं। हवा महल को “पैलेस ऑफ़ विंड्स” के नाम से भी जाना जाता है। हवा महल बड़ी चौपाड नामक मार्ग पर स्तिथ है। हवा महल जमीन से 50 फिट ऊंचा है। जिसमे 5 मंजिले है। और इस महल का आकार एक पिरामिड के जैसा है। इस महल का रंग गुलाबी और लाल है, गुलाबी और लाल पत्थरों से बने इस महल में 953 खिड़कियां है। इन खिड़कियो से आने वाली हवा इस इस महल को ठंडा रखती है।
सिटी पैलेस
सिटी पैलेस जयपुर का सबसे बढ़िया और सुंदर पैलेस है। सिटी पैलेस में कुल तीन दरवाजों है जिनमे में से दो जिनका नाम “वीरेंद्र पोल” और “उडई पोल” है वह यात्रियों के लिए खुले रहते हैं। सिटी पैलेस के एक छोटे से हिस्से को म्यूज़ियम और आर्ट गैलेरी में बदल दिया गया है जिसमे आपको राजघराने की कुछ निशानियां और कीमती वस्तुओं देखने को मिल जाएंगी। इनके अलावा आपको यहाँ कई आंगन, सुंदर बाग और और विशाल इमारते देखने को मिल जाएंगी जैसे, भग्गी खाना, मुबारक महल, दीवान-ए-आम, प्रीतम निवास चौक, महारानी पैलेस, दीवान-ए-खास, गोविन्द देव जी मंदिर और चन्द्र महल आदि।
जंतर मंतर
जंतर मंतर का निर्माण राजा सवाई जय सिंह ने करवाया था। इस जंतर मंतर में आपको एक खगोलीय वेधशाला देखने को मिलेगी जिसमे कुल 14 प्रमुख यन्त्र है जो अंतरिक्ष की सारी जानकारी इकठा करने में सहायक है। इन 14 यन्त्र के नाम कुछ इस प्रकार से है
राम यन्त्र, उन्नातांश यंत्र, दिशा यन्त्र, नाड़ीविलय यंत्र, सम्राट यन्त्र, जय प्रकाश यन्त्र, लघुसम्राट यंत्र, पाषांश यंत्र, शशि वलय यंत्र, चक्र यंत्र, दिगंश यंत्र, ध्रुवदर्शक पट्टिका, दळिणोदक यंत्र, जयप्रकाश यंत्र
जयपुर का जंतर मंतर दुनिया की पांच खगोलीय वेधशालाओ में से सबसे विशाल है।
जल महल
जल महल एक बहुत ही खूबसूरत महल में से एक है। यह राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्तिथ मान सागर झील के बीच में स्तिथ है। आमेर के “महाराजा जय सिंह द्वितीय” ने 18वी शताब्दी में इस जल महल का निर्माण करवाया था। जल महल बहुत ही सुंदर महल है, और झील के बीचों बीच होने से इसकी खूबसुरती और भी बढ़ जाती है। आप चाहे तो झील के किनारे से इस जल महल को देख सकते। इसको अंदर से देखने की अनुमति नहीं है। इस जल महल को अंदर से वही देख सकता है दो इसके लिए डोनेशन देता है।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम जयपुर का सबसे पुराना और सबसे प्रसिद्ध म्यूज़ियम है। अल्बर्ट हॉल म्यूजियम को सरकारी केंद्रीय संग्रहालय भी कहा जाता है। अल्बर्ट हॉल म्यूजियम “सीटी वाल” के सामने स्तिथ है। अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के नक़्शे की डिजाइनिंग “सर सैम्यूल” ने की थी। सन 1887 में जब वह भारत दौरे पर आये थे तब उन्होंने इस महल को पब्लिक संग्राहालय के रूप में खोला था। इस म्यूज़ियम में आपको देश विदेश से आए हुई कीमती, अद्भुत और इतिहासिक चीज़े देखने को मिल जाएंगी। इस म्यूज़ियम में मौजूद हर चीज़ यात्रियों को अपनी और आकर्षित करती है।
नाहरगढ़ फोर्ट/नाहरगढ़ का किला
नाहरगढ़ का किला जहा पर हिंदी फिल्म शुद्ध देसी रोमांस और रंग दे बसंती के कुछ दृश्य शूट हुए हैं। बवह बहुत ही खूबसूरत किला है। यह किला कला, सुंदरता और संस्कृति का प्रतीक है यह किला, इस किले का सुंदर दृश्य यात्रियों का दिल मोह लेता है। नाहरगढ़ किले का निर्माण “राजा सवाई जयसिंह” ने करवाया था सन 1734 में, और सन 1864 में इस किले में विस्तर दिया गया। इस किले में आपको 10 महल देखने को मिलेंगे जिनमे से 9 महल राजपुताना महारानियो के लिए है और एक मर्दाना महल बनाया गया। और आपको किले मे एक विशाल इमारत देखने को मिलेगी, जिसे हम माघवेन्द्र महल के नाम से भी जानते हैं।
जयगढ़ फोर्ट/जयगढ़ का किला
जयगढ़ का किले का निर्माण “महाराजा जय सिंह” ने करवाया था 18वी सदी में।, और इस किले का निर्माण उन्होंने अरावली पर्वत पर करवाया था। पहाड़ की चोटी पर स्तिथ होने के कारण आप इस किले से पूरे जयपुर का नजारा देख सकते हैं। इस विशाल महल में आपको कई सारे मंदिर देखने को मिलेंगे जैसे, विलास मंदिर, ललित मंदिर और अराम मंदिर अदि। जयगढ़ के किले को विजय किले के नाम से भी जाना जाता है। इस किले में आपको दुनिया की सबसे बड़ी तोप देखने को मिलेगी। और तो और यहाँ पर एक म्यूजियम भी बनाया गया है इस म्यूजियम में आपको पुराने जमाने के कपडे, राजपूतो की कला कलाकृतियाँ और हथियार देखने को मिलेंगे।
चाँद बावड़ी
चाँद बावड़ी देखने में बहुत ही सुंदर लगती है। जो यात्रियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। चाँद बावड़ी अपने तल से 13मी. गहरी में है। बावड़ी के तल तक पहुँचती सीढ़ियों की त्रिकोणीय संरचना बहुत ही अद्भुत है। जहा पर भगवान गणेश एवं महिषासुरमर्दिनी की भव्य प्रतिमाएं हैं जो इस बावड़ी की सुंदरता में चार चांद लगा देती है। बावड़ी के तल तक पहुँचती सीढ़ियों की त्रिकोणीय संरचना आपको हैरान कर सकती है। चाँद बावड़ी जयपुर के आभानेरी गांव में स्तिथ है। चाँद बावड़ी का निर्माण निकुम्भ वंश के राजा चंदा ने करवाया था 19वी शताब्दी में।
Note :- अगर आप जयपुर किसी वाहन पर घूमना चाहते हैं और आपके पास कोई वाहन नही है तो आप यहाँ पर वाहन किराये पर ले सकते हैं, आप यहा एक स्कूटर 7 दिनों के लिए 1220रु में किराए पर ले सकते हैं। धन्यवाद!