अपने शानदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले शानदार अभिनेता इरफान खान आज इस दुनिया में नहीं है। 29 अप्रैल,2020 को कैंसर के कारण उनका निधन हो गया।अभिनय प्रतिभा के धनी इरफान ने फिल्मों में अपने शानदार अभिनय से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। इरफान खान का जन्म 3 जनवरी, 1967 को जयपुर में हुआ था।उनके पिता यासीन एक कारोबारी थे। इरफान ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई जयपुर से की। उच्च शिक्षा के दौरान उन्होंने दिल्ली के ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा’ में दाखिला के लिए फार्म भरा,जहां इरफान का चयन हुआ।इसेक बाद वह दिल्ली आ गए,लेकिन इसी बीच इरफ़ान के पिता का निधन हो गया।जिसके बाद घर से आने वाला पढ़ाई का खर्च रुक गया,लेकिन इस समय इरफान का साथ दिया उनकी सहपाठी सुतापा सिकंदर ने। सुतापा की मदद से इरफान ने अपनी पढ़ाई पूरी की।इस दौरान दोनों में प्यार हो गया।सुतापा जहाँ स्क्रिप्टराइटर बनना चाहती थी,वहीं इरफ़ान अभिनेता बनना चाहते थे।यहाँ से पढाई करने के बाद इरफान ने मुंबई का रुख किया और अपना करियर बनाने के लिए दिन रात संघर्ष करने लगे।इस मुश्किल दौर में भी सुतापा ने इरफान का साथ नहीं छोड़ा और दोनों एक दुसरे की हिम्मत और प्रेरणा बने। साल 1985 में इरफान ने अभिनय की दुनिया में कदम रखा ।उन्होंने दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक ‘श्रीकांत’ से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इरफान ने कई मशहूर धारावहिकों में काम किया,जिसमें भारत एक खोज, चाणक्य,चंद्रकांता ,बनेगी अपनी बात आदि थे। इसके अलावा इरफान ने कई टेलीविजन शो भी होस्ट किये जिसमें क्या कहें, मानो ना मानो, डॉन आदि शामिल हैं।
उनके शानदार अभिनय ने जल्द ही उनके लिए फिल्मों में अभिनय के द्वार खोल दिए और साल 1988 में आई फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ में छोटी सी भूमिका निभाकर उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की।शुरुआत में फिल्मों में छोटे-छोटे रोल मिलने के बावजूद इरफान ने कभी भी उसे करने से मना नहीं किया। साल 1995 में इरफ़ान ने अपनी दोस्त सुतापा से शादी कर ली,जिससे उनके दो बच्चे बाबिल और अयान हुए। इरफ़ान ने अपना अभिनय करियर जारी रखा और अपने अभिनय की बदौलत बड़े बड़े फिल्मनिर्माताओं के साथ -साथ दर्शकों का ध्यान भी अपनी और आकर्षित किया ।साल 2001 में आई फिल्म ‘द वारियर’ से इरफान को पहचान मिली।इस फिल्म का निर्देशन ब्रिटिश फिल्ममेकर आसिफ कपड़ियां ने किया था।इस फिल्म के बाद साल 2004 में आई ‘हासिल’ फिल्म में इरफान को एक नेगेटिव किरदार में देखा गया था और इस किरदार को भी इन्होंने बखूबी से निभाया था।साल 2005 में इरफान खान को बतौर लीड रोल अपनी पहली फिल्म मिली थी और इस फिल्म का नाम ‘रोग’ था।हालांकि यह फिल्म कामयाब नहीं रही,लेकिन इरफान के अभिनय को हर किसी ने पसंद किया। इसके बाद इरफान ने कई फिल्मों में अहम भूमिकाएं निभाई और अपने शानदार अभिनय से फिल्म में अपने किरदार को जीवंत बनाया ।देखते ही देखते इरफ़ान फिल्मों के बेताज बादशाह बन गए। उन्होंने बॉलीवुड के साथ कई हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई।उनकी प्रमुख फिल्मों में लाइफ इन अ मेट्रो,एसिड फैक्ट्री, न्यूयॉर्क, पान सिंह तोमर, हैदर, पीकू, तलवार, जज्बा, हिंदी मीडियम, द नेमसेक, स्लमडॉग मिलियनेयर, लाइफ ऑफ पाई , द अमेजिंग स्पाइडर मैन, जुरासिक वर्ल्ड, मदारी, अंग्रेजी मीडियम आदि शामिल हैं। इरफ़ान हर तरह के किरदार को परदे पर बड़ी सहजता से निभाते थे।उन्होंने पूरी दुनिया में विलक्षण प्रतिभा और शानदार अभिनय का लोहा मनवाया ।फिल्मों में उनके सराहनीय योगदान के लिए साल 2011 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया ।इसके अलावा उन्हें साल 2003 में आई फिल्म ‘हासिल’ में नकारात्मक भूमिका के लिए फिल्मफेयर का बेस्ट निगेटिव एक्टर का अवार्ड,साल 2007 में फिल्म ‘लाइफ इन अ मेट्रो’ के लिए फिल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर और साल 2008 में ‘आइफा’ का बेस्ट कॉमेडियन अवार्ड मिला था।साल 2012 में इरफान को फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ के लिए पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।इसके अलावा उन्हें इस फिल्म में अभिनय के लिए फिल्मफेयर का बेस्ट क्रिटिक अवार्ड भी मिला।साल 2013 में इरफान खान को फिल्म ‘ लंच बॉक्स ‘के लिए दुबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला।इरफान को फिल्म ‘पीकू’ के लिए साल 2016 में मेलबर्न के भारतीय फिल्म महोत्सव में बेस्ट एक्टर के अवार्ड से सम्मानित किया गया।साल 2018 में फिल्म’ हिंदी मीडियम’ के लिए इरफान को इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी की तरफ से बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी इरफान खान का 29 अप्रैल,2020 को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी से 54 साल की उम्र में निधन हो गया। इरफान ने अपने पूरे फिल्मी करियर में हर तरह के किरदार को निभाया है और उसे अमर भी बनाया है।फिल्म जगत में उनके सराहनीय योगदानों के लिए पूरी फिल्म इंडस्ट्री उनकी ऋणी रहेंगीं। एक हरफनमौला , जिंदादिल और सरल अभिनेता जिसने अभिनय की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई थी। सिनेमा को बुलंदी की उचाईयों पर पहुंचाने वाले अभिनेता इरफ़ान खान का निधन फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति हैं। देश में विदेश में उनके लाखों चाहनेवाले है,जिनके दिलों में वह फिल्मों में अपने अभिनय की बदौलत सदैव जीवित रहेंगे।